THE WORST ANIMAL(HUMAN)-2
दोपहर का समय था ACEIT कॉलेज के बाहर लड़कों और लड़कियों की भीड़ थी उन्हें देखकर ऐसा लग रहा था कि अभी कॉलेज से छूटे हो। सभी को घर जाने की जल्दी थी कोई कॉलेज बस से घर जा रहा था तो कोई अपनी कार से तो कोई अपनी बाइक से।
उन्हीं में एक लड़की थी जो बस का काफी देर तक इंतजार करती है धीरे-धीरे भीड़ कम होने लगती है। लड़के लड़कियां घर चले जाते हैं कुछ लड़के और लड़कियां वही खड़े रहकर बस का इंतजार करते हैं। कुछ देर में बस आ गई और वह बस में बैठकर अपने घर के लिए निकल जाती हैं 15 मिनट बाद वह बस से उतरती है और पैदल ही अपने घर के लिए निकल जाती हैं। दोपहर का समय और जून का महीना इस वजह से धूप ज्यादा थी इस समय कोई बाहर नहीं था सभी अपने घरों में बंद थे।
वह लड़की भी अपनी ही धुन में चलती जा रही थी वह रोजाना यही उतरती ओर पैदल ही अपने घर के लिए जाती। तभी पीछे से उस पर हमला हुआ और वह बेहोश हो गई। कुछ देर बाद एक एंबुलेंस रोड पर तेजी से भाग रही थी उसका सायरन भी बज रहा था जिस वजह से लोग उसे रास्ता दे रहे थे । कुछ देर बाद वह एक चौराहे पर जाकर रुकी, उसके साथ ही दो एंबुलेंस और आ गई वह भी सायरन बजाते। पहली वाली एंबुलेंस सीधा निकल गई और बाकी दोनों एंबुलेंस भी उसके पीछे चल रही थी। तीनों एंबुलेंस तेजी से एक सुनसान रास्ते की तरफ बढ़ रही थी 2 घंटे का सफर तय करने के बाद तीनों एंबुलेंस एक जंगल में जाकर रुकी।
उसमें से 6 लोग निकले सभी ने सफेद कलर के कपड़े पहने हुए थे। सामने एक पुरानी फैक्ट्री थी जो अब खंडर हो चुकी थी उसे देखकर लग रहा था कि यह काफी सालों से बंद पड़ी है और ना इस फैक्ट्री में कोई आया होगा । उसके आसपास चारों तरफ बड़ा सा जंगल फैला हुआ था जो सुनसान था जानवरों की आवाज सुनाई दे रही थी।
उन सभी आदमियों ने अपने चेहरे पर मास्क पहना हुआ था सभी ने अपना मास्क उतारा और जाकर हाथ मुंह धो कर अंदर जाकर बैठ गए । उन्होंने किसी को इशारा किया 2 लोग अंदर से बाहर बाहर आए उन्होंने एम्बुलेंस का दरवाजा खोला उसमें वही लड़की थी जो कुछ देर पहले अपने कॉलेज से घर के लिए निकली थी और बाकी दोनों एंबुलेंस में भी लड़कियां ही थी इन तीनों लड़कियों की उम्र 17 से 20 साल के बीच में।
उन लोगों ने तीनों लड़कियों को अंदर ले जाकर बंद कर दिया यह लोग आपस में बातें नहीं कर रहे थे। कुल मिलाकर अभी इस जगह पर 7 से 8 लोग थे। कुछ देर बाद एक आदमी अंदर गया और उसने एक इंजेक्शन निकाला और एक बोतल से उस इंजेक्शन को भर के तीनों लड़कियों को एक-एक इंजेक्शन दिया जिससे वह होश में ना आए।
सभी बैठ कर इंतजार कर रहे थे धीरे-धीरे रात होने लगी और जंगल में जानवरों की आवाज सुनाई देने लगी। जंगली भेड़ियों के रोने की आवाज सुनाई दे रही थी । रात 9:00 बजे गए थे और वहा 5 लोग और आए । अब इस जगह पर कुल मिलाकर 12 लोग थे। वह लोग अपने साथ खाना लेकर आए थे सभी ने मिलकर खाना खाया । अभी भी यह लोग आपस में बातें नहीं कर रहे थे बिल्कुल शांत थे।
उन तीनों लड़कियों को एक साथ बांधा गया था अब सभी एक कमरे में इकट्ठा हुए हैं यह कोई बड़ा सा हॉल था अंदर से बिल्कुल साफ सुथरा था। इसे देखकर कोई नहीं कह सकता है कि यह कंपनी सालों से बंद पड़ी थी बाहर से पूरी तरीके से खंडर और अंदर से साफ सुथरी। फैक्ट्री के आसपास जंगली भेड़ियों के रोने की आवाज सुनाई दे रही थी जिस वजह से चारों तरफ डरावना मोहौल बना हुआ था। अमावस की काली रात और भेड़ियों के रोने की आवाज भयानक मोहोल बना रही थी।
उन लोगों ने तीन लड़कियों को एक एक इंजेक्शन और दिया और वह पूरी तरीके से निचित हो गए की अब इन्हें होश नहीं आने वाला। कुछ लोग एक कमरे में गए और अंदर से तीन बेड लेकर आए फिर तीनों बेड पर तीनों लड़कियों को अलग-अलग सुलाया।
उन लड़कियों के हाथ और पांव बांध दिए फिर 1 आदमी ने जाकर उन लड़कियों के कपड़ों को चाकू से काट कर कपड़ों को उनके शरीर से अलग कर दिया । लड़कियों को बिना कपड़ों में देखकर सभी आदमियों के मुंह से पानी टपक रहा था जैसे किसी भेड़िया का अपने शिकार को देखकर टपकता है। उन सभी अपने कपड़े खोलें और उन लड़कियों पर एक साथ टूट पड़े। उन लोगो ने उन लड़कियों पर ऐसे हमला किया कि जैसे कोई भेड़ियों का झुंड अपने शिकार पर करता है । वो लोग लड़कियों के शरीर को नोच रहे थे।
कोई आगे से तो कोई पीछे से बिना किसी परवाह के बस वह लोग अपनी हवस मिटाने रहे थे उन्हे बस अपनी हवस से मतलब था। लड़कियों की आबरू को वो लोग लूटते जा रहे थे चार से 5 घंटे तक लगातार वह लोग उन लड़कियों को नोंचते रहे फिर सभी उन लड़कियों के आस पास बैठ गए।
दो आदमी उन मैसे उठकर एक कमरे में गए और वहां से एक बड़ा सा संदूक उठाकर लेकर आए। उन्होंने लाकर उस संदूक को पलंग के पास रखा सभी लोगों के हाथ में सिगरेट थी जो पिए जा रहे थे साथ में उन लड़कियों के शरीर को जलाएं रहते थे। कभी उस के प्राइवेट पार्ट को कभी उसके उभरे हुए पार्ट को तो कभी उसके चेहरे को। वह लोग आपस में बिल्कुल भी बातें नहीं कर रहे थे। एक आदमी ने उस संदूक को खोला तो उसमें सेक्स टॉय थे।
एक आदमी ने उसमें से एक डिल्डो ( एक प्रकार का सेक्स टॉय है जो भारत में बैन है इसे रखना और बेचना दोनो ही गैर कानूनी है) निकाला और उन लड़कियों के प्राइवेट पार्ट में डाल दिया। सभी लोग बारी बारी से ऐसा ही कर रहे थे कोई वाइब्रेटर यूज कर रहा था तो कोई डिल्डो । वह लोग उन लड़कियों के साथ खेल रहे थे जैसे किसी खिलौनों के साथ खेल रहे हो । वह लोग 1 फीट से भी ज्यादा लंबे डिल्डो का इस्तेमाल कर रहे थे ।
इस समय यह कोई सामान्य इंसानों जैसे हरगते नहीं कर रहे थे यह लोग हैवानियत की सारी हदें पार कर चुके थे। लड़कियों को होश नहीं था पर उनकी आंखों से पानी लगातार बह रहा था। एक आदमी वाइब्रेटर से उन लड़कियों के साथ खेल रहा था। 2 घंटे तक यह खेल चलता रहा।
उसके बाद वो लोग बैठ के शराब पीने लगे। उन मैसे एक आदमी उठकर आया उसके हाथ में बीयर की बोतल थी उसने एक झटके में पूरी बोतल खाली की और एक लड़की के प्राइवेट पार्ट में डाल दी उसे तब तक वह दबाता रहा जब तक उस लड़की के प्राइवेट पार्ट से खून नहीं निकला। उस बोतल को पूरा इंसर्ट करना चाहता था पर वह नहीं जा रही थी बाकी सारे लोग उस आदमी पर हस रहे थे। आखिर में उसे गुस्सा आ गया और उसने उस बोतल को जोर से धक्का दिया और एक लात मार दी बोतल अंदर ही टूट गई।
बॉटल के कांच के टुकड़े उसके शरीर में चुभ गए जहा से खून निकलने लगा। एक दूसरा आदमी उठके आया और पहले वाले आदमी को एक तरफ किया उसके हाथ में चाकू था उससे लड़की के शरीर पर कट लगाने लगा कभी उसके पैरों पर तो कभी उसके चेहरे पर ऐसे ही बस उसके शरीर पर अनगिनत कट लगाए जा रहा था जांघों पर पेट पर उसके उभरे हुए पार्ट पर। लडकी के पूरे शरीर पर कट लगा कर वो वापस अपनी जगह पर जाके बैठ गया। लडकी के शरीर से लगातार खूून निकल रहा था।
एक दूसरा आदमी आया उसके हाथ में भी बीयर की बोतल थी उसने भी एक साथ खाली की और अपने आसपास उन सभी आदमियों को देखा सब ने हाथ ऊपर करके उसे इशारा किया तो उसने एक लड़की को उल्टा घुमाया और उसके पिछले हिस्से में बोतल को इंसर्ट कर दिया उसने भी पूरी कोशिश की उस बोतल को पूरा इंसल्ट करने की पर नहीं गई तो सभी लोग उस पर भी हसने लगे यह देख पर उसे गुस्सा आ गया ।
उसने गुस्से में बोतल को वहीं छोड़ दिया और खड़े होकर उस बॉटल को बात मारी जिस वजह से वह टूट गई। बोतल का कुछ हिस्सा अंदर रह गया था इस वजह से खून निकलना शुरू हो गया था। उस आदमी ने एक और बोतल ली और उसे उस लड़की के प्राइवेट पार्ट में डालकर जोर से एक लात मारी जिससे वह बोतल आधी उसके प्राइवेट पार्ट में और बाकी के टुकड़े उसके प्राईवेट पार्टस के आसपास चुभ गए और खून निकलने लगा।
अब उस तीसरी लड़की की बारी थी सभी ने एक दूसरे को देखा और फिर बारी-बारी से सभी ने उस लड़की के साथ एक बार फिर से हैवानियत करना शुरू कर दिया। जब सभी लोग थक कर बैठ जाते हैं तब उनमें से एक आता है और उसके हाथ में एक लोहे का पाइप था उसे वह उस लड़की के प्राइवेट पार्ट में डालने की कोशिश करता है और उसे बिल्कुल परवाह नहीं थी कि उसको दर्द हो रहा होगा। सभी लोग चिल्लाकर उसका जोश बड़ा रहे थे वह जोर-जोर से उस पाइप को प्राइवेट पार्ट में डालने की कोशिश करता है जिस वजह से उस लड़की के प्राइवेट पार्ट से तेजी से खून निकल रहा था।
एक दूसरा आदमी आता है उसके हाथ में चाकू था उससे वो लड़की के प्राइवेट पार्ट में कट लगाता है और फिर उस पाइप को उस लड़की के अंदर इंसर्ट कर देता है। वो चाकू से लड़की के होठों पर भी कट लगाता है उसके शरीर से जगह जगह से खून निकल रहा था आखिर में उन लोगों ने ब्लेड से उन लड़कियों की गले की नसें काट दी।
सभी ने मिलकर उन तीनों लड़कियों को जंगल में अलग-अलग जगह फेंक दिया जहां जंगली भेड़िए रहते थे उन्होंने कुछ ही घंटों में उन सभी लड़कियों को गायब ही कर दिया। कोई सबूत ही नहीं छोड़ा उन भेड़ियों ने। पहले इंसानी इंसानी भेड़ियों ने लड़कियों को नोचा और मरने के बाद असली भेड़ियों ने नोचा। उस पूरी जगह को अच्छी तरीके से साफ किया और वो लोग अपने अपने घर के लिए निकल गए।
कमश:
।। जयसियाराम ।।
vishalramawat
Natasha
05-Apr-2023 12:11 PM
Nice
Reply
सृष्टि सुमन
09-Feb-2023 07:50 PM
👌👌👌
Reply
Radhika
04-Feb-2023 07:54 PM
Nice
Reply